बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है

बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है?

बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या होना चाहिए?

दिल की बाईपास सर्जरी के बाद रोगी और उसके परिजनों के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि – “बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है?”। यह सवाल बिल्कुल स्वाभाविक है क्योंकि सर्जरी के बाद शरीर को संतुलित पोषण, देखभाल और उचित जीवनशैली की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। सही भोजन न केवल स्वास्थ्य लाभ की गति को तेज करता है, बल्कि दोबारा हृदय रोग की संभावना को भी कम करता है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि सर्जरी के बाद किस प्रकार का भोजन उपयुक्त है, किन चीज़ों से परहेज़ करना चाहिए और किन घरेलू नुस्खों से रोगी आराम महसूस कर सकता है।


1. सर्जरी के बाद भोजन की मूलभूत समझ

बहुत से लोग यह मानते हैं कि सर्जरी के बाद रोगी को बिल्कुल अलग तरह का भोजन लेना चाहिए। पर वास्तव में ऐसा नहीं है। घर का बना हुआ पौष्टिक, ताज़ा और संतुलित भोजन ही सबसे अच्छा विकल्प है। ध्यान रहे कि भोजन हल्का हो, तैलीय और मसालेदार चीज़ें कम हों और उसमें पर्याप्त मात्रा में सब्ज़ियाँ, दालें और फल शामिल किए जाएँ। यही बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका है।


तेल और घी का संतुलित उपयोग - बेंटल सर्जरी क्या है यह कैसे काम करती है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं

2. तेल और घी का संतुलित उपयोग

तेल और घी का सही चयन बहुत ज़रूरी है।

  • सूरजमुखी का तेल, ब्राउन राइस ऑयल, सोयाबीन, मूँगफली और जैतून का तेल उपयुक्त हैं।
  • घर का बना हुआ घी थोड़ी मात्रा में लिया जा सकता है, लेकिन अधिक मात्रा से परहेज़ करें।
  • ध्यान रहे कि रोटी नरम बनाने के लिए थोड़ा घी लगाना ठीक है, पर इसका अत्यधिक प्रयोग दिल पर दबाव डाल सकता है।

कार्डियक सर्जन – डॉ. सुधांशु जे. अग्निहोत्री के अनुसार तेल और घी का सीमित और संतुलित प्रयोग ही बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका माना जाता है।


3. नमक और मसालों का नियंत्रण

  • अतिरिक्त नमक से बचें। भोजन में जितना नमक पकाते समय डाला गया है, उतना ही पर्याप्त है।
  • दही, छाछ, सलाद या अचार में स्वाद बढ़ाने के लिए आप जीरा या हल्का चाट मसाला प्रयोग कर सकते हैं।
  • साधारण आयोडीन नमक का प्रयोग करें और सेंधा या काला नमक केवल कभी-कभार ही लें।
  • अत्यधिक तीखे मसाले जैसे हरी मिर्च, लाल मिर्च, गरम मसाले या खड़े मसाले कम करें क्योंकि ये पेट में जलन और सीने में दर्द की समस्या बढ़ा सकते हैं।

मसालों और नमक का संयमित उपयोग ही बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका है।

नमक और मसालों का नियंत्रण - बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है

4. फल और सब्ज़ियों का महत्व

  • रोज़ाना मौसमी फल और हरी सब्ज़ियाँ भोजन का हिस्सा बनाएं।
  • यदि किसी फल से पेट में गैस, डकार या जलन हो तो उसका सेवन न करें।
  • डायबिटीज़ रोगियों को केला, चीकू, अंगूर, आम और सीताफल जैसे फलों का सेवन सीमित करना चाहिए क्योंकि ये शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं।
  • सब्ज़ियों को उबालकर, सूप बनाकर या हल्की भाप में पका कर लेना अधिक लाभकारी है।

यही वजह है कि ताज़े फल और सब्ज़ियों का नियमित सेवन बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका है।


5. पाचन और घरेलू नुस्खे

सर्जरी के बाद अक्सर रोगी को गैस, डकार या सीने में जलन की समस्या हो सकती है। ऐसे में बाज़ार की दवाइयाँ तुरंत लेने से बचें।

  • गैस की समस्या में घर की अजवाइन और जीरा बेहद उपयोगी होते हैं।
  • सीने में जलन होने पर सिर को ऊँचा रखकर सोना (सोफा या ऊँचा तकिया) फायदेमंद है क्योंकि इससे एसिड न्यूट्रलाइज हो जाता है।
  • पेट फूलने पर पिसा हुआ जीरा पानी में मिलाकर लेना भी अच्छा उपाय है।

ये छोटे-छोटे उपाय भी बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका का हिस्सा हैं।


6. दाल, चावल और रोटी का संतुलन

  • दाल की मात्रा बढ़ाएँ और चावल या रोटी की मात्रा थोड़ा कम करें।
  • खिचड़ी या दलिया बनाते समय सब्ज़ियाँ अधिक मात्रा में डालें।
  • प्रोटीन और फाइबर से भरपूर भोजन शरीर की रिकवरी में मदद करता है।

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7. सह-रुग्णता (Comorbidity) वाले मरीजों के लिए विशेष सावधानी

यदि रोगी को डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर या थायरॉइड जैसी समस्या है, तो उन्हें अपने डॉक्टर की विशेष सलाह का पालन करना चाहिए।

  • डायबिटीज़ रोगी को मीठे और स्टार्चयुक्त फलों से बचना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर वाले रोगियों को नमक और तैलीय भोजन पर और भी सख्त नियंत्रण रखना होगा।
  • थायरॉइड के मरीजों को भी संतुलित और डॉक्टर द्वारा अनुमोदित डाइट लेनी चाहिए।

इसी प्रकार रोगी की बीमारी के अनुसार बदलाव करना ही बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका है।


8. अंतिम सुझाव

  • बाईपास सर्जरी के बाद धैर्य और संयम बहुत ज़रूरी है।
  • घर का ताज़ा और संतुलित भोजन ही सबसे सुरक्षित विकल्प है।
  • किसी भी नए प्रयोग, फल या दवा को शामिल करने से पहले डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह लें।
  • यदि अचानक सीने में दर्द, साँस लेने में तकलीफ़, उल्टी या असामान्य थकान महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है - avoid this foods after bypass surgery

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है?
👉 सर्जरी के बाद संतुलित और घर का बना भोजन लें। ताज़े फल, हरी सब्ज़ियाँ, दालें और हल्का तेल उपयोग करें। तला-भुना और मसालेदार भोजन से बचें।

Q2. बाईपास सर्जरी के बाद कौन-सा तेल सबसे अच्छा है?
👉 सूरजमुखी, मूँगफली, सोयाबीन, जैतून और ब्राउन राइस ऑयल सुरक्षित हैं। घी सीमित मात्रा में लिया जा सकता है।

Q3. हार्ट सर्जरी के बाद किन फलों से बचना चाहिए?
👉 डायबिटीज़ रोगियों को केला, आम, चीकू, अंगूर और सीताफल से बचना चाहिए क्योंकि ये शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं।

Q4. क्या बाईपास सर्जरी के बाद मसाले खा सकते हैं?
👉 हल्के मसाले ठीक हैं, पर तीखा, मिर्च-मसाला और गरम मसाले पेट व सीने में जलन पैदा कर सकते हैं। इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में लें।

Q5. क्या सर्जरी के बाद दूध और दही लेना सुरक्षित है?
👉 हाँ, परंतु कम फैट वाला दूध और ताज़ा दही ही लें। दही या छाछ में हल्का जीरा पाउडर डालकर सेवन किया जा सकता है।

Q6. बाईपास सर्जरी के बाद मरीज को कब तक डाइट कंट्रोल रखना चाहिए?
👉 जीवनभर संतुलित डाइट और हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपनाना ज़रूरी है। इससे दोबारा हार्ट प्रॉब्लम होने की संभावना कम हो जाती है।


निष्कर्ष

बाईपास सर्जरी के बाद खाने-पीने का सही तरीका क्या है? — इसका सरल उत्तर है: संतुलित, घर का बना भोजन, सीमित तेल-मसाला, ताज़े फल-सब्ज़ियाँ और रोगी की स्थिति के अनुसार चिकित्सक की सलाह का पालन। यही आदतें रोगी को जल्दी स्वस्थ होने में मदद करेंगी और भविष्य में दिल की बीमारियों से बचाव भी करेंगी।

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